
अनन्या उनके बात सुनते जैसे जम सी गई थी उसके धड़कन के रफतार बड़ चुके थे उसके कानो में अनीता जी सुनैना जी, नीलम जी के कहे शब्द गूंजने लगे तुम हमारे बेटो को सुकून दोगी वो जो बोलेंगे तुम करोगी उन तीनो के साथ तुम सोवोगी उनके र ,खैल बनोगी ,, ,,,,,,,३ वरना तुम्हारे बुड्ढे मां - बाप लाश भी तुम्हे नसीब नही होगी ,,,,,,,,,,, अनन्या के कानों में ये सारे शब्द गूंजते जा रहे थे
अर्थात ,अर्जात, अपार्थ अनन्या के चेहरे को अपने हाथो में भर एक तक उसके काजल से सनी उसकी बड़ी बड़ी आंखो में देखते आगे बोलने लगे बोलो प्रिंसेस आज खामोश मत रहो हमे तुम्हारा जवाब चाहिए डॉल तुम हमसे प्यार करती हो ना तो हमे तुम्हे प्यार करने दो ना अब और हमें मत तड़पाओ और बरदस्त नही होता हमसे ये दुरुई हम खुद को। किस तरह रोके हुए है इस अंदाजा तुम चाह कर भी नही लगा सकती प्रिंसेस प्लीज हमे अपना लो हम तुम्हारे रूह तुम्हारे जिस्म तुम्हारे सब कुछ को हम महसूस करना चाहते है क्या हमे इस किया की इजाजत है प्रिंसेस ,,,,,,?
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