02

Chapter 2

वही इंसानों बस्ती में   जहां पर शांति सुख फैला हुआ  था सभी अपने कामों में लगे हुए थे तभी आचनक वहां काले बादल मंडराने लगे और चीलों की चीखे सुनाई देने लगें जिसको देखते और सुनते लोग जल्दी जल्दी अपने  घरों में छुपाने लगे खास कर  लड़किया और औरते  ,,,,,

तभी वहां आसमान बड़े  - बड़े पांच चील के साथ उनके पीछे  उनसे थोड़े  छोटे आकार में  और  चील नजर आने लगे

वो लोग इंसानी  बस्ती में आते  वहां बीचों- बीच  जहां चील का एक बड़ा  सा  प्रतिमा  बना हुआ था उसके पास  खड़े होते वो लोग  इंसानी रूप में बदल गाए

ये लोग वही थे  राजकुमार हर्ष ,राजकुमार प्रभात राजकुमार अर्श  ,राजकुमार वैभव, राजकुमार अंश   चीलों के राजकुमार जो दिखने  में  हॉलीवार्ड हीरो समान हैंडसम , सेक्स पैक एब्स वाली बॉडी ,थोड़े  लंबे हेयर जैसे इतिहास में राजकुमारों के होते है  पर उनके चेहरे पर किसी राजकुमार जैसे भाव  नही बल्कि  पांचों के चेहरे पर शैतानी मुस्कान थे      उनके पहनाव बिल्कुल  राजकुमार के तरह जिनके निचले बॉडी में ही वस्त्र थे तो  उपर बॉडी पूरे तरह निर्वस्त्र जहां पर सोने के  डिजाइनिंग आभूषण पहने हुए थे  वो लोग अपने शैतनी चील हरी आंखों से सभी तरफ देख रहे थे और  वही उनके पीछे  जो और चील थे वो वहां के सैनिक थे 

  उनके आते  ही वहां चारों तरफ मातम जैसे मौहोल  छाया हुआ था वही  सामने उन से थोड़ी दूरी   पर वहां के पुरुष और मुख्या  हाथ जोड़े खड़े  कांप रहे थे  उस  गांव  के  मुख्या कांपते हुए कहने लगे  रा ,,,,, राजकुमार  आप ,,, आप सब,,,,,, यहां ,,,,, हम   सब से  कुछ ,,,,, अपराध  हो  गया क्या राजकुमार  हम सब को  छमा कर दीजिए  हमें मौका दिजिए हमारे  गलती सुधरने  का,,,,,,

  राजकुमार अर्श    टेडी मुस्कुराते अपने हाथ दिखते खामोश कराते हुए कहने लगा  क्या हम सब यहां ऐसे  ही नहीं आ सकते जो हमसे सवाल किया जा रहा है

  मुख्या जल्दी से अपने घुटनों के    कर बाल बैठते कांपते हुए कहने लगा  हमें  क्षमा कीजिए राजकुमार हमारा  अर्थ ऐसा नही था  ,,,

राजकुमार प्रभात  उस मुख्या के पास जाते  टेडी मुस्कान से उसे देखते हुए कहने लगा गलती किया  है हमसे  सवाल करके तो सजा तो मिलेंगे ही न ,,,,,

   

मुख्या - हमे क्षमा कीजिए राजकुमार प्रभात   ,,,

राजकुमार प्रभात उस मुख्या के कंधे पर जोर से हाथ रखते हुए  इस गांव  में  सबसे सुंदर  स्त्री उसे  महल में भेज देना ,,,,

राजकुमार  अर्श -  प्रभात  ,,,,,,,,  हम  जिस काम के लिए आए है उसमे ध्यान  दिजिए

  राजकुमार  वैभव -   क्या यहां से  युवराजोँ  के    निशानी नज़र आए है तुम में किसे को,,,,?  या फिर किसी को  न उनका आभास किया हो ,,,,?

  मुख्या - न,,,  नही  राजकुमार  वैभव     युवराजों  का कोई भी आभास  हम में से किसी को नही हुआ अगर ऐसा रहता तो हमें पता होता

  वो पांचों को एक  दुसरे को देखने लगे

राजकुमार अंश - हम इस तरह पता नही लगा पाएंगे 

राजकुमार  हर्ष -हम इस तरह क्या,,?  किसी भी तरह उनका पता नही  लगा सकते जब तक वो न चाहे 

राजकुमार प्रभात - पर हमें  कैसे भी करके उन तक  संदेश पहुंचना ही होगा वरना  महाराज से हम सब  को कोई नही बचा पायेगा

  राजकुमार   वैभव -  ये दोनो खुद तो बच जाते है पर हमे मरवाएंगे ही    पता नही अब कौनसे शक्ति प्राप्त करने ने लगे होंगे   

  राजकुमार  अंश -  सूरज सर पर चढ़ने वाला है  हमारे पास वक्त नहीं है अब  हम इस तरह उन्हे ढूंढ नही  पाए  हम सब  को  अलग - अलग दिशा में जाना होगा

  राजकुमार हर्ष -  हा तुमने सही कहा अंश हम सब अलग  - अलग दिशा में बठतें है  और सभी  सैनिकों  यहां आस - पास  उनके तालाश करेंगे

वो सभी अपने सर हा में हिलाते फिर से चील ने बदलते चीखते हुए वहां से  अलग -अलग दिशा में बटे

वहीं   एक खतरनाक जंगल  जहां के पेड़ पौधे हरे नही बल्के काले थे जहां पर लगा हुआ फल अंगनी के भाती जल रहा था वो जंगल इतना घना था की   सूरज की किरने वहां कभी पहुंच ही नही सकते  थे पर वहां का तापमान  इतना  था की  हड्डियों तक पिघला दे    उस  जंगल से  बहुत खतरनाक और डरावने आवाजे सुनाई दे रहे  थे जो दूर से किसी के रुह को कांप दे

उसी जंगल के बीचों  बीच  एक लड़का  जो वहां उन खतरनाक जानवरों इतनी तेज़ स्पीड से लड़ रहा था  जिसे  सिर्फ  उसके परछाई  ही नजर आ रहे थे

तभी वो सभी खतरनाक  जानवर  एक मिनिट में ढेर हो गए उसी के साथ वो लड़का  रुका और  उन खतरनाक शक्तिशाली जानवरों  से काली ऊर्जा निकलते उस  लड़के के बॉडी में समाया वैसे ही उस लड़के ने अपने आंखे खोली जो खून से भरी हुई  थी वो धीरे - धीरे अपना  रंग डार्क ग्रीन में   बदलनेगा

  नॉर्मल इंसान से कुछ ज्यादा ही ऊंची लंबी कद काठी उसका वो गोरा मस्कुलर बदल जिस में  वो  उभरती लाल नशे नजर आ रहे था   सेक्स पैक ऐप्स का  वो चौड़ा   सीना हैंडसम इतना क्या ही कहे   तीखी नाक ,लम्बे पतले होठ, डार्क ग्रीन आईज ,,,,  कांधे तक आते उसके वो शयनी बाल   जो किसी के सपने में सोचा   प्रिन्स हो  उसके पास से वो डोमेनेटिक  एक्टिविटी वो खतरनाक आभा हर एक को खौफ से मरवा दे,,,,,

ये है युवराज    युवराज  त्रिमय ,,, हमारी कहने का सेकेंड हीरो,,, ,,,,,,,,

वही उसी जंगल में बनी एक नदी  जिसके पानी का  रंग बिलकुल काला था वो पानी   जितना शांत नजर आ रहा था वो उतना ही गहरा और खतरनाक था

  उस पानी के अंदर इस वक्त  एक अजीब सा खौफ छाया हुआ था उस पानी में मवजुध वो खतरनाक डरावने  जानवर जो दर्द से   तड़पते हुए  अपना सर झुकाए घुटने टेक हुए थे उन जानवरो की संख्या इतने थे की गिनती भी न की जा सजे

उन्ही जानवरों के सामने   एक  हीरे के तरह चमचमाते पत्थर पर एक लड़का बैठा हुआ था  जिसके आसही पास से  इतनी  जानलेवा आभा निकल रहे थे की  उसके पास का पानी भी  उबाल रहा  था  हमारे कहानी का पहला हीरो युवराज   त्रिजल   जो दिखने में जितना हैंडसम उसे कई ज्यादा खतरनाक      उसके लंबी कद काठी  हैंडसम चेहरा बिल्कुल युवराज  त्रिमय के तरह जिसमे कोई अंतर नही थी सिर्फ रंग के  सिवा जहां इनका रंग गेहुंआ था पर त्रिमय  जो किसी  का ड्रीम  प्रिंस हो तो ये  किसी के ड्रीम  डेविल,,,, जिसके  एक नजरे ही काफी थे सामने वाले को तोड़ने के लिए

कहानी पसंद आ रही हो तो आप सब रेटिंग  समीक्षा कीजिए 

आगे

जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का

धन्यवाद !

Write a comment ...

Write a comment ...