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Chapter 1

दुनिया की इस खूबसूरती से  क्यो  हारती हो मेरी जान

यह सब पॉसिबल है एक बार हौसला रख तो मेरी जान

मुझसे दूर जाना तुमरी चाहता तो  तुम्हे ठीक करना मेरा जिद्द मेरा जूनून है   तुझे खुद में समा लेना मेरी ज़िद्दत   है   इस दुनिया से   तुझे हमेशा के लिए आपनी दुनिया में ले जाऊंगा एक बार मेरा साथ तो दो  मेरी जान ।।

इस कहनी की शुरुवात होती है हिमालय के छोटे से सिटी जामनगर से जहा पर रहती है हमारी वाणी आपनी फैमिली के साथ वाणी  जो देखने में प्रिंसेस की तरह मीडियम हाइट,  गोरा रंग ,भूरी आंखे , छोटा सा गोल फेस  छोटी सी नक,  छोटे से लिप्स जो  मुस्कुरने  पर उसके गोल गोल  पिंक गालों में डिंपल पढ़ते है ।  ब्लैक मीडियम हेयर बिल्कुल परफेक्ट   ।  

एक खुशमिसाजा लड़की जिसको आपनी हर एक पल खुशियों से जीना पसंद है ।  उसका मानना है की आपने लाइफ के हर एक लम्हे को जिंदगी की आखिरी खूबसूरत पल समझा कर जीना चाहिए  । हम नही जानते की कब किस पल हमारा आखरी हो इस लिए  आपनी लाइफ के हर एक  छड़  को आपने फैमिली के साथ हस्ते मुस्कुराते बिताना चाहिए   ।  उसका कहना है की वो एक एचआईवी पॉजिटिव है जो कभी ठीक नही हो सकती।   उसका अंत ही एचआईवी है।  एक  ऐसी  मोहब्बत है  एचआईवी जो उसको मरते दम तक साथ नही छोड़ेगी।

इनफेक्ट कहा सकते है उसको आपनी बीमारी से ही प्यार क्योंकि  आज कल सब प्यार में धोखा देते है एचआईवी उसको हमेशा मरते दम तक उसके साथ रहेगी उसके जिस्म के हर एक  हिस्से  में अपना रंग फैलाई है।  जो हमेशा उसके साथ  है । उसको आपनी बीमारी से नफरत नहीं मोहब्बत है वो इसी के साथ ही रहना चाहती है  क्योंकि  बहुत कोशिश करने के बाद भी ठीक नहीं हुई तो उसको इस चीज से मोहब्बत हो गई वो खुश है की उसको  एक ऐसी  चीज तो मिली जो उसको मरते दम तक उसका साथ देगी उसका कहना है

Har ghadi badal rahi hai roop zindagi

Chaanv hai kabhi kabhi hai dhoop zindagi

Har pal yahan jee bhar jiyo

Jo hai samaa kal ho naa ho

   वाणी की फैमिली में उसकी मम्मी रेखा शर्मा उसके उसके पापा सुख शर्मा, उसके बड़े भाई रहेन्द्र शर्मा उसकी भाभी मिनी शर्मा और मिनी का  एक बेटा यूव शर्मा  ।

अब कहानी में

एक छोटे से घर के किचन में वाणी आपनी भाभी के साथ काम कर रही थी वाणी की भाभी रोटियां बना रही थी।  तो वाणी सब्जियां कट रही थी ।  तभी गलती से चाकू उसके उंगली में लगा गया । जिसे वाणी की चीख निकल गई। 

जिसे उसकी भाभी उसके पास आते हुए बोलने  लगी  क्या हुआ वाणी देखा क्या हुआ ?

वाणी आपने हाथ छुपाते हुए बोलने लगी  कुछ नही भाभी आप प्लीज मुझसे दूर रहिए।  वाणी की भाभी उसके पास आते हुए बोलने लगी  अरे बता क्या हुआ तभी मिनी की नजर  नीचे वाणी के पास जमीन में ब्लड की  बूंदों पर गया वो उसको देखते थोड़े घबराते हुए बोलने लगी  ये ब्लड कहा  से आया । तुझे चोट लगी है ना ?  देखा वाणी ।

वाणी  मिनी से दूर हटते  थोड़ी घबराते हुए बोलने लगी  भाभी प्लीज मेरे पास मत आए ये थोड़ सा काट लगा गया आप प्लेस किचन से चली जाए यह मेरा ब्लड गिर गया है इसको मै अच्छे से सेनेटाइज से क्लीन करूंगी तब आएगा आप प्लीज अभी चले जाए। 

वाणी की भाभी उसकी बात सुन कर उसके पास आने की कोशिश करते हुए बोलने लगी   क्या बोल रही है वाणी तुझे चोट लगी हैं देखा ।  इधर उन लोगो की बाते सुन कर वाणी की मम्मी किचन में आते हुए बोलने लगी क्या हुआ ?

वाणी की भाभी रेखा जी को देखते हुए  बोलने लगी  देखिए ना माजी वाणी को चोट लगी है  उसका खून बहा रहा और वो है की   दूर रहने बोल रही   है । रेखा जी आपनी बहु की बात सुन वाणी के पास आते हुए बोलने कही  क्या हुआ वाणी देखा तुझे कहा चोट लगी है ये खून कहा से आया। 

वाणी आपने मम्मी और भाभी से दूर होते हुए  बोलने लगी  प्लीज मम्मा दूर रहिए मुझसे अगर आप मेरे पास आयेंगी तो  ये ब्लड आपको भी लगा जायेगा जिसे आपको मेरी तरह एचआईवी से मोहब्बत हो जायेगी ।  जो आपको कुछ दिनों की मेहमान बना देगा ।  वाणी यह सब रोते हुए बोलने लगी । जिसकी बात सुन कर रेखा जी के आंखो में भी अंशु आने लगे  ।  मिनी उन दोनो को इस तरह देख कर रेखा जी के पास जा कर उनको सभलते  वाणी को देखते हुए बोलने लगी 

वाणी तुम आपने कमरे में जा वो  और आपनी चोट में एंटीसेप्टिक लगा लेना मैं किचन को सेनेटाइजर से साफ करती हु  । वाणी आपनी भाभी की  बात सुन कर कुछ बोलने वाली थी की उसकी भाभी फिर बोली मुझे कुछ नही होगा वाणी ये बस  ब्लड है जिसको मैं साफ कर दूंगी तू फिकर मत कर जा ।

जिसे वाणी आपनी मम्मी को एक नजर देख , आपने रूम   में चली गई ।  और एंटीसेफ्टिक लगते हुए खुद से बोलने लगी कक्यो  भगवान  जी  आखिर क्यों  मुझे आपने पास जल्दी नही बुलाते।  कब तक मैं आपने वजह से  आपनी फैमिली को परेशान करते रहू । देख रहे  हो  न आप ,,,,आपकी दी हुई इस मोहब्बत से मेरी फैमिली कितनी परेशान है पर मुझे इसे भी प्यार हा पता है  क्यों ?

क्योंकि  ये मेरे  रग- रग  में है मेरे खून के हर एक बूंद में है जो मेरा साथ मेरे आखिरी सांस तक निभाएगा ।

वही रेखा जी घर के बने मंदिर में जा कर अपना हाथ  जोड़ रोते हुए  बोलने लगी । कब तक मेरी वाणी की परीक्षा लोगे ।   अब तो उस पर थोड़ी दया कर  अगर मेरी भक्ति में थोड़ी भी शक्ति  है,  तो मेरी वाणी  के जिंदगी में  अपना एक रूप भेज जो उसे  उसकी  जिंदगी दे ।  जो उसकी जिंदगी के हर एक पल को आखिर पल नही  जिंदगी सुरूवत बताए ।  मेरी वाणी जो इस दुनिया  से छुप कर आपने  को अलग रखना चाहती है उसको आपनी दुनिया में छुपाने वाला  भेज एक मोहब्बत की मिसाल दे आपनी ।

वही  दिल्ली के एयरपोर्ट  से एक हैंडसम लड़का बाहर निकाला । जो दिखने  में बिलकुल  जैन इनाम की तरह था जो ब्लैक हुंडी वाले शूट  पहने हुए था ।   जिसके हाथो में एक बड़ा सा शूट केस था  वो एयरपोर्ट से निकल कर आपने कार के पास आ गया जहा ड्राइवर  बाहर निकल कर,  उस  लड़के को  विश करते हुए उसका  शूट केस पकड़ दुसरे एक स्टाइल्स ब्लू कर जो   साइड में था उसकी चाबी दे दिया । जिसे पकड़ वो लड़का उस कर में बैठ ड्राइंग करते हुए वहा से चला गया । ड्राइवर भी उस लड़के का शूटकेस दूसरे कार में डाल सीधा मल्होत्रा  विल के लिए निकल गया ।

वो लड़का और कोई नही हमारी कहनी के हीरो साहिल मल्होत्रा था । दिल्ली के सबसे बड़े  बिजनेस मैन का बेटा जो लंदन में आपनी ड्यूटी करने गया था जो दुनिया के टॉप 5डॉक्टर  में से एक है । जो आज लंदन से अपना ट्रांसफर इंडिया  करवा कर  आपने मॉम डैड के पास आ गया  क्योंकि  इनकी mom चाहती थी की  इनका बेटा  एक इन्डियन लड़की से शादी कर उनको उनका वारिश दे।

जो उनके इतने बड़े  मल्होत्रा  इंपायर  को सबल सके।   क्योंकि  साहिल आपने ड्यूटी में बिजी रहता है।  ऐसे नही है की मल्होत्रा  इम्पेयर को संभालने  में आपने डैड की  हेल्प नही करता वो जीतन हो सके आपने ड्यूटी से फ्री हो कर आपनी डैड की हेल्प भी करता है  साहिल के मॉम डैड रवि मल्होत्रा   ओर रानी मल्होत्रा ।

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ने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का

धन्यवाद!

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